Gold Silver Rate: सोने की कीमतों में लगातार गिरावट का सिलसिला जारी है. 28 जुलाई 2025, सोमवार को भी गोल्ड रेट में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. सप्ताह के पहले कारोबारी दिन पर 24 कैरेट सोना 550 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता हुआ है.
शनिवार को जहां 24 कैरेट सोने की कीमत ₹1,00,470 प्रति 10 ग्राम थी, वहीं सोमवार को यह घटकर ₹99,920 प्रति 10 ग्राम हो गई है. इसी तरह, 22 कैरेट सोना ₹91,590 प्रति 10 ग्राम और 18 कैरेट सोना ₹74,940 प्रति 10 ग्राम पर आ गया है.
चांदी की कीमत में भी गिरावट, ₹2,000 की बड़ी कमी
केवल सोना ही नहीं, चांदी की कीमतों में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है. शनिवार को चांदी ₹1,17,900 प्रति किलोग्राम थी जो अब घटकर ₹1,15,900 प्रति किलो पर आ गई है. यह गिरावट चांदी खरीदने वालों के लिए राहत भरी खबर है.
दिल्ली से चेन्नई तक सोने-चांदी की कीमतें
देश के प्रमुख शहरों में सोमवार को सोने-चांदी के ताज़ा भाव इस प्रकार रहे:
- दिल्ली: 24 कैरेट सोना ₹99,970 प्रति 10 ग्राम (शनिवार को ₹1,00,620)
- मुंबई: 24 कैरेट सोना ₹99,920 प्रति 10 ग्राम (शनिवार को ₹1,00,470)
- चेन्नई: 24 कैरेट सोना ₹99,920 प्रति 10 ग्राम
चांदी की कीमतें:
- दिल्ली और मुंबई: ₹1,15,900 प्रति किलो
- चेन्नई: ₹1,25,900 प्रति किलो
- इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि गोल्ड और सिल्वर के रेट में देशव्यापी गिरावट देखी गई है.
वायदा बाजार में गोल्ड-सिल्वर का ट्रेंड थोड़ा अलग
जहां आम बाजार में गिरावट का रुख है, वहीं वायदा बाजार (MCX) पर गोल्ड और सिल्वर का ट्रेंड थोड़ा अलग है. 5 अगस्त 2025 को एक्सपायर होने वाला गोल्ड कॉन्ट्रैक्ट, सोमवार को 165 रुपये की तेजी के साथ ₹97,984 प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है.
हालांकि, चांदी का ट्रेंड अलग है. 5 सितंबर 2025 को समाप्त होने वाले सिल्वर कॉन्ट्रैक्ट में 337 रुपये की तेजी देखी गई है और यह ₹1,13,389 प्रति किलो पर ट्रेड कर रहा है.
क्यों हो रही है कीमतों में गिरावट?
विशेषज्ञों के मुताबिक, सोने-चांदी के भावों में गिरावट के पीछे कई अंतरराष्ट्रीय और घरेलू कारण हो सकते हैं. इनमें शामिल हैं:
- डॉलर इंडेक्स में मजबूती
- वैश्विक आर्थिक आंकड़ों में सुधार
- केंद्रीय बैंकों की मौद्रिक नीति
- मांग में हल्की सुस्ती
- इन कारकों का असर सीधे सोने-चांदी की घरेलू कीमतों पर पड़ता है.
निवेशकों के लिए क्या है ये संकेत?
सोने-चांदी की गिरती कीमतें उन लोगों के लिए बेहतर मौका साबित हो सकती हैं जो इन धातुओं में निवेश करना चाहते हैं. विशेषज्ञों की सलाह है कि अगर आप लॉन्ग टर्म निवेशक हैं, तो मौजूदा रेट पर सोने की खरीदारी फायदेमंद हो सकती है.
हालांकि, वायदा बाजार की गतिविधियां यह इशारा भी कर रही हैं कि कीमतों में निकट भविष्य में फिर तेजी आ सकती है.
सोने-चांदी की कीमतें कैसे तय होती हैं?
भारत में सोने और चांदी की कीमतें मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय बाज़ार, डॉलर की स्थिति, कच्चे तेल के दाम, और घरेलू मांग पर निर्भर करती हैं. इसके अलावा, त्योहारों और शादी-विवाह के सीजन में इनकी मांग बढ़ने से भी रेट में उतार-चढ़ाव आता है.