Haryana Mausam: हरियाणा में मानसून ने एक बार फिर तेजी पकड़ ली है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, मानसून टर्फ के हरियाणा में सक्रिय होने के बाद राज्य के कई जिलों में बारिश दर्ज की गई है. मौसम विभाग ने आगामी 23, 27 और 28 जुलाई को लेकर यैलो अलर्ट जारी किया है.
सभी 22 जिलों में बारिश का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, आज के दिन हरियाणा के सभी 22 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है. इससे राज्य के अधिकांश हिस्सों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जो लोगों को गर्मी से राहत देने वाला है.
तापमान में 4 डिग्री तक गिरावट
बारिश के कारण दिन का तापमान भी सामान्य से नीचे दर्ज हुआ. दोपहर का तापमान 26.6 से 36.6 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा, जो सामान्य से लगभग 4 डिग्री कम था. मौसम का यह बदलाव खेतों के लिए भी अनुकूल माना जा रहा है.
कहां कितनी हुई बारिश? IMD के आंकड़े
भारतीय मौसम विभाग के शाम 5 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, कई जिलों में अच्छी बारिश हुई:
- अंबाला – 18.1 मिमी
- हिसार – 5.0 मिमी
- करनाल – 2.8 मिमी
- फरीदाबाद – 0.5 मिमी
- कौल (कैथल) – 1.0 मिमी
- महेन्द्रगढ़ – 12.0 मिमी
- सोनीपत – 1.5 मिमी
- भिवानी और सिरसा – मामूली बूंदाबांदी
इसके अलावा, रात के समय भी मौसम में बदलाव देखने को मिला और कुछ जिलों में बारिश व तेज हवाओं की गतिविधियां दर्ज की गईं.
मानसून टर्फ ने किया उत्तर की ओर रुख
मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्र मोहन के अनुसार, अब तक बंगाल की खाड़ी से बन रही मौसम प्रणालियों का असर राजस्थान तक सीमित था. लेकिन जैसे ही इन प्रणालियों का असर समाप्त हुआ, मानसून टर्फ ने हरियाणा के उत्तरी इलाकों की ओर रुख किया.
इस बदलाव से पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र और कैथल जैसे जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई. विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में बारिश की तीव्रता और क्षेत्रफल दोनों में इजाफा हो सकता है.
पश्चिमी विक्षोभ से मानसून को मिली नई ऊर्जा
डॉ. चंद्र मोहन ने बताया कि अलसुबह एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ, जिससे एक चक्रवाती सर्कुलेशन उत्तरी राजस्थान और दक्षिणी पंजाब पर बन गया. इस वजह से मानसून टर्फ दोबारा हरियाणा, एनसीआर और दिल्ली पर पहुंच गई है.
इससे राज्य में बिखरी हुई हल्की बारिश और बूंदाबांदी की गतिविधियां एक बार फिर देखने को मिल रही हैं, और ये रुझान अगले कुछ दिन जारी रहने की संभावना है.
फसलों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है बारिश
जुलाई के अंतिम सप्ताह में हो रही बारिश खरीफ फसलों के लिए बेहद उपयोगी मानी जा रही है. विशेष रूप से धान और मक्का की खेती में इसका लाभ मिलेगा. साथ ही, खेतों की नमी बनाए रखने में यह वर्षा अहम भूमिका निभाएगी.
अगले तीन दिन रहें सतर्क
23, 27 और 28 जुलाई को मौसम विभाग ने यैलो अलर्ट जारी करते हुए लोगों से सतर्क रहने की अपील की है. विशेषकर वाहन चालकों और खेतों में काम करने वाले लोगों को तेज बारिश और फिसलन से बचाव की सलाह दी गई है.