आज 29 जुलाई 2025 को नागपंचमी का पावन पर्व पूरे देश में श्रद्धा, आस्था और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है. इस धार्मिक मौके पर विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों और कस्बों में नाग देवता की पूजा की जाती है. लोग परिवार की सुरक्षा, सुख-समृद्धि और रोगों से मुक्ति की कामना करते हैं.
इस अवसर पर कई जगह मंदिरों और नाग देव स्थानों पर भीड़ उमड़ती है, जिससे स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी जाती है ताकि बच्चों को भी त्योहार मनाने का अवसर मिले और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं से भी बचा जा सके.
राजस्थान में भारी बारिश के कारण स्कूलों में छुट्टी
राजस्थान के कई जिलों में बीते कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. कई जगह जलभराव, सड़क मार्ग अवरुद्ध और नदियों का उफान जैसे हालात बन गए हैं.
इन्हीं परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए राज्य प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनज़र स्कूलों में छुट्टी का आदेश जारी किया है. बच्चों को किसी प्रकार की असुविधा या खतरा न हो, इसलिए 28 और 29 जुलाई को कई जिलों में स्कूल बंद रखे गए हैं.
नागपंचमी और बारिश बनीं बच्चों के लिए उत्सव
त्योहारों और बारिश की संयुक्त वजह से बच्चों के लिए यह छुट्टियां किसी छोटे त्योहार से कम नहीं हैं. एक ओर वे घर पर त्योहार की पूजा और पारंपरिक भोजन का आनंद ले रहे हैं, तो दूसरी ओर भीषण बारिश में स्कूल से बचकर सुरक्षित हैं.
इन छुट्टियों ने उन्हें परिवार के साथ समय बिताने का अवसर दिया है और स्थानीय यातायात व्यवस्था पर भी सकारात्मक असर पड़ा है.
उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के चलते स्कूलों में अवकाश
सावन माह में होने वाली कांवड़ यात्रा के दौरान भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश के कई जिलों में स्कूल बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं.
बदायूं
कक्षा 1 से 8 तक के परिषदीय, सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त और सभी बोर्ड से जुड़े स्कूलों में हर शनिवार और सोमवार को छुट्टी रहेगी.
28 जुलाई व 2 से 4 अगस्त तक कक्षा 1 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए अवकाश घोषित किया गया है.
मुरादाबाद
2 से 4 अगस्त तक नर्सरी से 12वीं तक के सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी हुआ है.
बरेली
यहां सावन के हर सोमवार को स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी घोषित की गई है, जिससे कांवड़ यात्रा और धार्मिक गतिविधियों को बिना बाधा के संपन्न कराया जा सके.
वाराणसी
यहां एक अनोखा निर्णय लेते हुए सोमवार को सभी स्कूल बंद रहेंगे और रविवार को खोले जाएंगे. इसका उद्देश्य भीड़-भाड़ और यातायात से बच्चों को दूर रखना है.
अन्य जिले
यूपी के कई जिलों में नागपंचमी के दिन यानी 29 जुलाई को भी छुट्टी घोषित की गई है.
राजस्थान के इन जिलों में स्कूल बंद
ब्यावर
28 और 29 जुलाई को सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों में अवकाश घोषित किया गया है. आदेश जिला कलेक्टर कमल राम मीणा के निर्देश पर जारी हुआ.
कोटा और टोंक
बहुत भारी बारिश की आशंका को देखते हुए 28 और 29 जुलाई को सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद कर दिए गए हैं.
चित्तौड़गढ़
इसी तरह, भारी बारिश के कारण कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र 2 दिन के लिए बंद रहेंगे.
जयपुर और धौलपुर
28 से 30 जुलाई तक कक्षा 1 से 12 तक के सरकारी और निजी स्कूलों में अवकाश रहेगा. आंगनबाड़ी केंद्र भी इस दौरान बंद रहेंगे.
भीलवाड़, बारां और बांसवाड़ा
यहां भी 28 और 29 जुलाई को स्कूल बंद करने के आदेश दिए गए हैं.
झालावाड़
यह जिला सबसे अधिक प्रभावित जिलों में से एक है, जहां 28 जुलाई से 2 अगस्त तक स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है.
सलूंबर, प्रतापगढ़, डुंगरपुर
यहां भी 28 और 29 जुलाई को सभी सरकारी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में छुट्टी घोषित की गई है.
नागपुर में नागपंचमी के कारण स्कूल बंद
- महाराष्ट्र के नागपुर जिले में भी नागपंचमी के दिन स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है.
- जिला शिक्षा अधिकारी रोहिणी कुंभार ने सभी स्कूलों को आधिकारिक पत्र जारी कर 29 जुलाई को अवकाश रखने के निर्देश दिए हैं.
- यदि कोई स्कूल खुला पाया गया, तो प्रशासन द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी. सभी ब्लॉक और क्लस्टर स्तर के अधिकारियों को निरीक्षण का निर्देश भी दिया गया है.
त्योहार, बारिश और प्रशासन की सतर्कता से मिली बच्चों को राहत
इस वर्ष नागपंचमी एक ओर जहां धार्मिक आस्था का पर्व बना, वहीं दूसरी ओर प्राकृतिक आपदा की गंभीरता को भी सामने लाया. प्रशासन ने त्वरित निर्णय लेते हुए बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी और स्कूलों में छुट्टी का आदेश देकर समस्या को टालने की कोशिश की.
इन अवकाशों ने यह भी साबित कर दिया कि धार्मिक आयोजनों और मौसमी आपदाओं को संतुलित रूप से संभालना अब राज्य प्रशासन की जिम्मेदारी बन चुकी है.