अगस्त के पहले सप्ताह में बारिश के खास आसार नजर नहीं आ रहे हैं. मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में दिल्ली-एनसीआर में हल्की वर्षा ही देखने को मिलेगी. हालांकि, बीच-बीच में बादलों की लुकाछिपी चलती रहेगी, जिससे आंशिक राहत तो मिल सकती है लेकिन उमस से निजात मिलने की उम्मीद कम है.
शुक्रवार को रहा मौसम का मिला-जुला मिजाज
शुक्रवार को राजधानी दिल्ली का मौसम मिश्रित रूप में दिखाई दिया. दिनभर गर्मी और उमस बनी रही, लेकिन कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी भी दर्ज की गई. अधिकतम तापमान 33.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.1 डिग्री कम रहा. वहीं, न्यूनतम तापमान 24.0 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 3.1 डिग्री कम था.
राजधानी में कहां-कहां हुई बारिश
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक दिल्ली के विभिन्न इलाकों में अलग-अलग स्तर पर बारिश दर्ज की गई. सफदरजंग में 4.6 मिमी, लोधी रोड पर 4.2 मिमी, आयानगर में 11 मिमी, राजघाट में 3.2 मिमी, पूसा में 0.5 मिमी और नजफगढ़ में 2.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई. इससे यह साफ हो गया कि बारिश कहीं अधिक और कहीं बेहद हल्की रही.
शनिवार को भी छाए रहेंगे बादल
शनिवार के दिन भी दिल्ली में मौसम का मिलाजुला स्वरूप रहने की संभावना है. मौसम विभाग का अनुमान है कि दोपहर बाद या शाम के समय हल्की वर्षा हो सकती है. इसके साथ ही बिजली की चमक और गर्जन वाले बादल भी नजर आ सकते हैं.
तापमान में हल्की बढ़ोतरी का अनुमान
शनिवार के लिए अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना जताई गई है. तापमान में हल्की बढ़त जरूर देखने को मिलेगी, लेकिन तेज धूप की संभावना कम है.
आठ अगस्त तक नहीं बदलेगा मौसम का रुख
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, आठ अगस्त तक दिल्ली-एनसीआर में तेज बारिश की संभावना नहीं है. इस दौरान बादलों की मौजूदगी बनी रहेगी और हल्की बूंदाबांदी हो सकती है, लेकिन यह वर्षा तापमान में किसी खास गिरावट नहीं लाएगी.
पहले भी राहत की उम्मीद पर पानी फिरा
गुरुवार को कुछ इलाकों में मध्यम बारिश दर्ज की गई थी, जिससे उम्मीद जगी थी कि सप्ताहांत में अच्छी वर्षा हो सकती है. लेकिन शुक्रवार को मौसम ने फिर करवट बदली और हल्की बारिश के साथ ही उमस ने फिर से लोगों को परेशान किया.
उमस बनी रहेगी, स्वास्थ्य पर असर संभव
तेज़ धूप भले न हो, लेकिन ह्यूमिडिटी लेवल बढ़ने से लोगों को घुटन और चिपचिपाहट का सामना करना पड़ सकता है. विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के मौसम में डिहाइड्रेशन, सिरदर्द और स्किन एलर्जी जैसी दिक्कतें बढ़ सकती हैं.
क्या कहता है मौसम विभाग?
मौसम विभाग के अनुसार, राजधानी में अगले कुछ दिनों तक मानसून की सक्रियता कम रहेगी. बंगाल की खाड़ी और मध्य भारत के हिस्सों में मानसूनी सिस्टम अभी दिल्ली तक नहीं पहुंच पा रहे हैं, जिसके कारण यहां पर ठोस वर्षा नहीं हो पा रही है.
क्या आगे राहत मिल सकती है?
हालांकि, मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि अगस्त के दूसरे सप्ताह में पश्चिमी विक्षोभ या बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम बनने की संभावना है, जिससे दिल्ली-एनसीआर में अच्छी वर्षा हो सकती है. लेकिन फिलहाल लोगों को उमस और गर्मी के साथ कुछ और दिन बिताने होंगे.