E-Rickshaw Ban: शहर की प्रतिबंधित सड़कों पर अब ई-रिक्शा नहीं चल पाएंगे। प्रशासन ने इन वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है, जो तय नियमों के बावजूद बिना अनुमति के वी-वन, वी-टू और वी-7 श्रेणी की सड़कों पर संचालित हो रहे थे।
जीरकपुर से चंडीगढ़ रोड पर सबसे पहले शुरू हुई कार्रवाई
कार्रवाई की शुरुआत जीरकपुर से चंडीगढ़ की ओर जाने वाली मुख्य सड़क से की गई है। ट्रैफिक पुलिस ने न केवल ई-रिक्शा को हटाया है, बल्कि सूचनात्मक बोर्ड भी लगाए हैं ताकि भविष्य में उल्लंघन न हो।
ट्रैफिक पुलिस ने लगाए सूचनात्मक बोर्ड
रायपुर खुर्द एयरपोर्ट लाइट प्वाइंट और सैक्टर 28/31 बस स्टॉप के पास ऐसे बोर्ड लगाए गए हैं, जिनमें स्पष्ट लिखा है कि ई-रिक्शा इन सड़कों पर नहीं चल सकते। यह सड़क नेशनल हाईवे होने के कारण हर समय व्यस्त रहती है, और ई-रिक्शा की धीमी गति से जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही थी।
ट्रैफिक जाम और धीमी गति बनी मुख्य वजह
ट्रैफिक विभाग के अनुसार, ई-रिक्शा की कम स्पीड और बढ़ती संख्या के कारण शहर की मुख्य सड़कों पर अवरोध उत्पन्न हो रहा था। खासकर लाइट प्वाइंट जैसे संवेदनशील स्थानों पर यह समस्या गंभीर हो रही थी, जिसके चलते प्रशासन को सीधे कार्रवाई करनी पड़ी।
अब चालान के बाद जब्त होंगे ई-रिक्शा
प्रशासन ने साफ कर दिया है कि यदि अब कोई ई-रिक्शा प्रतिबंधित सड़कों पर चलता पाया गया, तो उसका चालान किया जाएगा और वाहन को जब्त भी किया जा सकता है। यह नियम दोनों दिशाओं में आने-जाने वाले मार्गों पर समान रूप से लागू होगा।
एस.टी.ए. ने पहले ही तय किए थे प्रतिबंध
स्टंट ट्रांस्पोर्ट अथॉरिटी (STA) द्वारा ई-रिक्शा के लाइसेंस में स्पष्ट रूप से कुछ सड़कों को प्रतिबंधित घोषित किया गया था, जिन पर इनका संचालन साफ तौर पर मना था। इसके बावजूद इन सड़कों पर ई-रिक्शा लगातार चलते देखे गए, जिससे नियमों की अवहेलना हो रही थी।
रोड सेफ्टी कमेटी की बैठकों में पहले ही हो चुका था निर्देश
ई-रिक्शा संचालन का मुद्दा जिला रोड सेफ्टी कमेटी की बैठकों में कई बार उठाया गया था।
- जून 2024 में चंडीगढ़ पुलिस ने यह मुद्दा जोरशोर से उठाया था।
- तत्कालीन डीसी विनय प्रताप सिंह ने ट्रैफिक पुलिस और STA को इस पर विस्तृत रिपोर्ट देने का निर्देश दिया था।
- उन्होंने कहा था कि ई-रिक्शा के रूटों की मैपिंग कर, प्रतिबंधित सड़कों पर संचालन पर रोक लगाई जाए।
इन सड़कों पर पूरी तरह प्रतिबंधित है ई-रिक्शा
शहर की जिन सड़कों पर ई-रिक्शा चलाना पूरी तरह प्रतिबंधित है, उनकी सूची इस प्रकार है:
वी-1 सड़कें (मुख्य शहर जोड़ने वाली सड़कें):
- प्रमुख इंटरसिटी कनेक्शन वाली सड़कें
वी-2 सड़कें:
- मध्य मार्ग – हाउसिंग बोर्ड लाइट प्वाइंट से पीजीआई
- दक्षिण मार्ग – चितकारा स्कूल (सेक्टर 25-14) से सेक्टर 27-28
- जन मार्ग – सेक्टर 42-43 चौक से सेक्टर 9-10 के अंतिम छोर तक
- हिमालय मार्ग – सेक्टर 43-44 चौक से विज्ञान पथ तक
- उत्तर मार्ग – नया गांव बैरियर से सुखना
- पूर्व मार्ग – सेक्टर 29-31 चौक से ट्रांसपोर्ट लाइट प्वाइंट तक
वी-7 सड़कें:
- फुटपाथ और साइकिल ट्रैक
इन सभी मार्गों पर ई-रिक्शा का चलना नियमों के खिलाफ है और अब सख्ती से इन पर कार्रवाई की जाएगी।
ई-रिक्शा की बढ़ती संख्या पर भी नजर
जिला प्रशासन के अनुसार, हर साल तय संख्या में ही ई-रिक्शा के लाइसेंस जारी किए जाएंगे, ताकि अवांछित वृद्धि को रोका जा सके। लगातार बढ़ती संख्या न केवल ट्रैफिक पर बोझ डाल रही है, बल्कि यातायात सुरक्षा के लिए भी खतरा बनती जा रही है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
यातायात विशेषज्ञों और शहर नियोजन अधिकारियों का मानना है कि ई-रिक्शा की संख्या और रूट को अगर समय रहते नियंत्रित नहीं किया गया, तो शहर की मुख्य सड़कें लगातार अव्यवस्थित होती जाएंगी। उन्होंने रूट मैपिंग, रजिस्ट्रेशन सीमित करने और GPS निगरानी जैसी तकनीकों के प्रयोग की सिफारिश की है।