Alcohol Bottle Refund: केरल सरकार ने पर्यावरण संरक्षण और जिम्मेदार उपभोग को बढ़ावा देने के लिए शराब बिक्री प्रणाली में दो नई पहल शुरू करने का फैसला किया है। इन पहलों के तहत उपभोक्ताओं को शराब की हर बोतल पर 20 रुपये अतिरिक्त देने होंगे, जो बोतल वापस करने पर रिफंड कर दिए जाएंगे। इस कदम का उद्देश्य प्लास्टिक कचरे को कम करना और बोतल रिसाइक्लिंग को बढ़ावा देना है।
प्लास्टिक बोतलों पर रोक, कांच को मिलेगा बढ़ावा
आबकारी विभाग के अनुसार, पहला बड़ा फैसला यह लिया गया है कि अब 800 रुपये से अधिक कीमत वाली शराब ही कांच की बोतलों में बेची जाएगी। इससे प्रीमियम शराब की पैकेजिंग अब प्लास्टिक में नहीं होगी, जिससे पर्यावरण पर पड़े बोझ को कम किया जा सकेगा। यह फैसला केरल स्टेट बेवरेजेस कॉरपोरेशन (BEVCO) के आउटलेट्स पर लागू होगा।
बोतल वापसी पर मिलेगा पूरा पैसा
दूसरी पहल के तहत, अब BEVCO से खरीदी जाने वाली हर शराब की बोतल, चाहे वह प्लास्टिक की हो या कांच की, उस पर ग्राहक को 20 रुपये अतिरिक्त देने होंगे। हालांकि, यह कोई शुल्क नहीं बल्कि डिपॉजिट अमाउंट होगा, जो बोतल वापसी पर वापस कर दिया जाएगा।
हर बोतल पर QR कोड होगा जो कि रिफंड प्रक्रिया को ट्रैक करेगा। लेकिन यह रिफंड केवल उसी BEVCO आउटलेट से मिलेगा जहां से बोतल खरीदी गई थी।
मंत्री बोले: ये शुल्क नहीं, जिम्मेदारी की राशि है
राज्य के आबकारी मंत्री एम.बी. राजेश ने कहा कि यह राशि किसी प्रकार का अतिरिक्त टैक्स नहीं है, बल्कि यह एक डिपॉजिट अमाउंट है जो लोगों को जिम्मेदार उपभोग की ओर प्रेरित करेगा। सरकार का उद्देश्य सिर्फ बिक्री नहीं, बल्कि पर्यावरणीय जिम्मेदारी को भी साथ लेकर चलना है।
क्लीन केरल कंपनी के साथ साझेदारी
इस योजना को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए केरल सरकार ने क्लीन केरल कंपनी के साथ साझेदारी की है। शुरुआत में यह पायलट प्रोजेक्ट के रूप में सितंबर 2025 से तिरुवनंतपुरम और कन्नूर जिलों में लागू होगा। यदि योजना सफल रही, तो इसे जनवरी 2026 से पूरे राज्य में लागू कर दिया जाएगा।
तमिलनाडु से मिला प्रेरणा
मंत्री ने बताया कि इस तरह की योजना पहले से ही तमिलनाडु में चल रही है और वहां इसका अच्छा असर देखने को मिला है। केरल सरकार ने इस मॉडल का अध्ययन किया और उसी को अपनाने का निर्णय लिया है ताकि राज्य में सतत विकास की ओर कदम बढ़ाया जा सके।
हर साल बिकती हैं 70 करोड़ शराब की बोतलें
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, केरल में हर साल BEVCO के ज़रिए करीब 70 करोड़ शराब की बोतलें बेची जाती हैं, जिनमें से 80% प्लास्टिक की होती हैं। ये बोतलें अक्सर सड़कों, नदियों और सार्वजनिक जगहों पर फेंक दी जाती हैं, जिससे गंभीर पर्यावरणीय संकट उत्पन्न होता है।
मंत्री का दावा: प्लास्टिक कचरा होगा कम
मंत्री राजेश ने कहा “हमारा उद्देश्य केवल शराब बेचना नहीं, बल्कि स्थायी समाधान देना है। यह योजना फेंकी गई बोतलों की समस्या को सुलझाएगी और रिसाइक्लिंग को बढ़ावा देगी। इससे केरल स्वच्छता और पर्यावरणीय संतुलन की दिशा में आगे बढ़ेगा।”
त्रिशूर में खुलेगा पहला सुपर प्रीमियम आउटलेट
BEVCO ने शराब की बिक्री को नया रूप देने के लिए सुपर प्रीमियम आउटलेट्स शुरू करने का निर्णय भी लिया है। पहला सुपर प्रीमियम आउटलेट 5 अगस्त 2025 को त्रिशूर में खोला जाएगा। इस आउटलेट पर 900 रुपये से अधिक कीमत वाली विदेशी शराब उपलब्ध होगी। राज्य सरकार की योजना है कि हर जिले में ऐसा एक विशेष आउटलेट हो जिससे उपभोक्ताओं को बेहतर खरीद अनुभव मिल सके।