School Holiday Announce: राजस्थान के अलवर जिले में मौसम विभाग ने आगामी पांच दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। लगातार बदलते मौसम के मिजाज को देखते हुए प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। विभाग ने अलवर शहर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में तेज वर्षा और जलभराव की आशंका जताई है।
स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों में दो दिन की छुट्टी घोषित
मौसम विभाग की इस चेतावनी के बाद जिला कलेक्टर डॉ. आर्तिका शुक्ला ने 29 और 30 जुलाई को जिले के सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित कर दिया है। यह आदेश कक्षा 1 से 12वीं तक के सभी सरकारी और निजी स्कूलों पर लागू होगा। छात्रों के लिए दो दिन स्कूल बंद रहेंगे, लेकिन शिक्षक और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ड्यूटी पर उपस्थित रहेंगे।
आदेश का उल्लंघन करने पर होगी सख्त कार्रवाई
जिला कलेक्टर ने साफ निर्देश दिया है कि यदि कोई भी स्कूल या आंगनबाड़ी केंद्र इस आदेश का उल्लंघन करते पाया गया, तो उस पर आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के तहत कार्रवाई की जाएगी। इस चेतावनी को हल्के में लेने वाले संस्थानों के खिलाफ प्रशासन सख्त रुख अपनाएगा।
संस्था प्रधानों और प्रभारियों को निर्देश
सभी संस्था प्रधानों और आंगनबाड़ी प्रभारियों को आदेश की सख्ती से पालना करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन की मंशा स्पष्ट है कि बच्चों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। अतः कोई भी शैक्षणिक गतिविधि इन दो दिनों में संचालित न की जाए।
भारी बारिश की स्थिति में सतर्कता जरूरी
पिछले कुछ दिनों से राजस्थान के कई जिलों में मूसलाधार बारिश और जलभराव की घटनाएं सामने आ रही हैं। जयपुर, भीलवाड़ा, सिरोही, चित्तौड़गढ़ जैसे जिलों में स्थिति गंभीर बनी हुई है। ऐसे में अलवर प्रशासन ने पहले से ही सतर्कता बरतने और जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया है।
जिले में राहत व बचाव की तैयारी शुरू
प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि बारिश के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए राहत दल और संसाधन तैनात किए जा रहे हैं। सभी अधिकारियों को चौकन्ना रहने और तुरंत प्रतिक्रिया देने के निर्देश दिए गए हैं।
अभिभावकों से भी सहयोग की अपील
प्रशासन ने अभिभावकों से अनुरोध किया है कि वे बच्चों को स्कूल न भेजें और आदेश का पूर्ण रूप से पालन करें। साथ ही, बच्चों को बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर ही रखें और अनावश्यक बाहर न निकलने दें।