31 July Public Holiday: पंजाब सरकार ने 31 जुलाई 2025 को शहीद ऊधम सिंह के शहीदी दिवस के मौके पर ऐच्छिक छुट्टी (राखवां छुट्टी) की घोषणा की है. यह छुट्टी राज्य सरकार की 2025 की अवकाश सूची में शामिल की गई है, जो कि कर्मचारियों को अपनी सुविधा के अनुसार चयन करने योग्य छुट्टियों में से एक है.
28 ऐच्छिक छुट्टियों की लिस्ट जारी
सरकार ने 2025-26 के लिए जो वार्षिक अवकाश सूची जारी की है, उसमें कुल 28 ऐच्छिक छुट्टियां शामिल हैं. इन छुट्टियों में से सरकारी कर्मचारी अपनी व्यक्तिगत मान्यताओं और प्राथमिकताओं के अनुसार किसी भी दो छुट्टियों का चुनाव कर सकते हैं. 31 जुलाई की छुट्टी भी इसी श्रेणी में आती है, यानी यह कोई अनिवार्य गजटेड छुट्टी नहीं है.
क्या इस दिन स्कूल, कॉलेज और कार्यालय रहेंगे बंद?
यह बहुत जरूरी है कि लोग इस छुट्टी के स्वरूप को समझें. 31 जुलाई की छुट्टी गजटेड नहीं है, यानी यह अनिवार्य अवकाश नहीं है. इसका मतलब यह हुआ कि इस दिन सभी सरकारी दफ्तर, स्कूल, कॉलेज या निजी संस्थान स्वतः बंद नहीं होंगे. केवल वे सरकारी कर्मचारी, जो इस दिन को विशेष महत्व देते हैं, वे पूर्व स्वीकृति के साथ अवकाश ले सकते हैं.
शहीद ऊधम सिंह को दी गई श्रद्धांजलि
शहीद ऊधम सिंह भारत के स्वतंत्रता संग्राम के वीर योद्धा माने जाते हैं, जिन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ अपने बलिदान से देशवासियों को गर्व का अनुभव कराया. पंजाब सरकार द्वारा 31 जुलाई को ऐच्छिक छुट्टी घोषित करना, उनके बलिदान और देशभक्ति को सम्मान देने की एक सार्थक पहल मानी जा रही है.
छुट्टी लेने की प्रक्रिया क्या होगी?
चूंकि यह ऐच्छिक (Optional Holiday) है, इसलिए इस दिन छुट्टी लेने के लिए संबंधित सरकारी कर्मचारी को पूर्व में आवेदन देना होगा. कर्मचारी को यह बताना होगा कि वह इस दिन को किसी व्यक्तिगत, धार्मिक या राष्ट्रीय कारण से अवकाश लेना चाहता है. छुट्टी स्वीकृत होने पर ही उसे उस दिन कार्यमुक्त किया जाएगा. सभी कर्मचारियों को वर्ष में केवल दो ही ऐच्छिक छुट्टियां लेने का अधिकार होता है.
क्या निजी संस्थानों पर भी लागू होगी यह छुट्टी?
इस ऐच्छिक छुट्टी का सीधा संबंध केवल सरकारी कर्मचारियों से है. निजी कंपनियां, स्कूल या व्यावसायिक संस्थान इस दिन को छुट्टी के रूप में मानने के लिए बाध्य नहीं हैं. हालांकि कुछ संस्थान शहीद ऊधम सिंह के सम्मान में स्वेच्छा से छुट्टी की घोषणा कर सकते हैं.
छुट्टी का उद्देश्य क्या है?
इस ऐच्छिक छुट्टी की घोषणा का मुख्य उद्देश्य यही है कि लोग अपने नायकों के बलिदान को याद करें और उन्हें सम्मान दें. सरकार का मानना है कि ऐसी पहलें नई पीढ़ी में देशभक्ति की भावना को प्रेरित करती हैं और इतिहास को जीवित रखने में सहायक होती हैं.