Rajasthan Mausam Update: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने राजस्थान के 8 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है. विभाग ने चेतावनी दी है कि अजमेर, झुंझुनूं, सीकर, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, नागौर और श्रीगंगानगर जिलों में अगले 24 घंटे के दौरान भारी बारिश, मेघगर्जन और वज्रपात की संभावना बनी हुई है. इन क्षेत्रों में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.
बारां जिले में तीन दिन बाद थमा बारिश का सिलसिला
बारां जिले में बीते तीन दिन से जारी बारिश का दौर गुरुवार शाम को जाकर शांत हुआ. दिनभर घने बादलों से ढका आसमान शाम को हल्का खुला और सूरज की झलक देखने को मिली, लेकिन वह भी जल्द ही बादलों की ओट में छिप गया.
बारिश के चलते जिले के समरानियां क्षेत्र में बने खटका तालाब में पानी का रिसाव शुरू हो गया, जिससे ग्रामीणों और प्रशासन में हड़कंप मच गया. रिसाव रोकने के लिए मिट्टी से भरे कट्टे तालाब की पाल पर डाले गए ताकि तालाब टूटने की आशंका को टाला जा सके.
खटका तालाब में रिसाव से दहशत
खटका पंचायत के प्रशासक कन्हैया मेहता ने बताया कि तालाब की पाल में अत्यधिक जलभराव के कारण गड्ढा हो गया था. सूचना मिलते ही तीन सौ से ज्यादा कट्टों को पाल पर डलवाया गया. यदि तालाब फूटता, तो खटका और निवाड़ी गांव में भारी पानी भराव की आशंका थी. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन स्थानीय लोग अब भी सतर्क हैं.
बारिश से कच्चा मकान ढहा
बारां जिले के बड़गांव क्षेत्र में लगातार बारिश की वजह से एक कच्चा मकान ढह गया. हालांकि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली. फिर भी प्रशासन ने पुराने और जर्जर मकानों में रहने वालों को सावधानी बरतने की सलाह दी है.
बारिश का जिलेवार ब्योरा
पिछले 24 घंटे में बारां जिले के विभिन्न इलाकों में अलग-अलग स्तर पर बारिश दर्ज की गई है. सबसे ज्यादा बारिश किशनगंज इलाके में हुई, जहां 2 इंच वर्षा दर्ज की गई. इसके बाद:
- छबड़ा में 1.5 इंच,
- अंता में 25 मिमी,
- मांगरोल में 21 मिमी,
- छीपाबड़ौद में 35 मिमी,
- शाहाबाद में 17 मिमी
- और बारां शहर में 18 मिमी बारिश हुई.
दिन और रात के तापमान में मामूली अंतर
गुरुवार को अधिकतम तापमान 29°C और न्यूनतम तापमान 28°C रहा, जिससे दिन और रात के तापमान में मात्र 1 डिग्री का अंतर देखने को मिला. लगातार बारिश के कारण वातावरण में नमी और ठंडक बनी रही.
प्रशासन ने जारी की चेतावनी
जिन जिलों में IMD ने अलर्ट जारी किया है, वहां के प्रशासन ने लोगों को खुले मैदानों, पेड़ों और बिजली के खंभों से दूर रहने की सलाह दी है. वज्रपात और भारी बारिश से फसल और संपत्ति को नुकसान पहुंचने की आशंका बनी हुई है.
खेतों में जलभराव, गांवों में कीचड़, और सड़क मार्ग बाधित होने जैसी समस्याएं सामने आ सकती हैं. ऐसे में आम जनता को सावधानीपूर्वक आवाजाही करने को कहा गया है.