Himachal Weather Alert : मौसम विभाग ने 2 जुलाई से 7 जुलाई तक पूरे प्रदेश में भारी बारिश और आकाशीय बिजली की चेतावनी जारी की है। कांगड़ा, सोलन और सिरमौर जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा को लेकर ऑरेंज अलर्ट जबकि अन्य क्षेत्रों में येलो अलर्ट घोषित किया गया है। इस चेतावनी ने पूरे हिमाचल प्रदेश में प्रशासन और जनता को सतर्क कर दिया है।
ऑरेंज और येलो अलर्ट का अलर्ट प्लान
2 जुलाई को कांगड़ा, सोलन और सिरमौर में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, मंडी और शिमला में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
3 व 4 जुलाई को राज्य के कुछ भागों में भारी बारिश की संभावना के मद्देनजर फिर से येलो अलर्ट घोषित किया गया है।
5 से 7 जुलाई तक राज्य के कुछ क्षेत्रों में ऑरेंज अलर्ट रहेगा, जहां भारी से बहुत भारी वर्षा और आकाशीय बिजली गिरने का खतरा बना हुआ है।
मानसून की अब तक की सबसे भारी बारिश
बीते 24 घंटों में हिमाचल प्रदेश में इस मानसून सीजन की सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के अनुसार, मंडी जिला इस दौरान सबसे अधिक प्रभावित रहा।
- मंडी शहर और संधोल में 220 मिमी बारिश
- पंडोह में 210 मिमी, बिजाही में 200 मिमी
- करसोग में 160 मिमी, पालमपुर और चौपाल में 140 मिमी वर्षा
मौसम विभाग के अनुसार यह इस वर्ष का सबसे भयंकर मानसूनी दौर रहा है, जो आगामी दिनों में और अधिक विनाशकारी हो सकता है।
बारिश से 406 सड़कें बंद, मंडी सबसे ज्यादा प्रभावित
भारी वर्षा के कारण प्रदेश भर में 406 सड़कें बंद हो गई हैं। इनमें से अकेले मंडी जिले में ही 248 सड़कें बंद हैं, जिससे आवागमन पूरी तरह ठप है।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि अगले 24 घंटों में मुख्य मार्गों को फिर से खोले जाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन लगातार बारिश के कारण राहत कार्यों में बाधा आ रही है।
बिजली सप्लाई पर भी बुरी मार
बारिश के कारण प्रदेश भर में 1515 ट्रांसफार्मर बंद हो गए हैं।
- मंडी जिले में सबसे ज्यादा 994 ट्रांसफार्मर ठप्प पड़े हैं।
- कई गांवों में बिजली आपूर्ति पूरी तरह से बाधित है, जिससे हजारों लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं।
बिजली बोर्ड ने बताया है कि तकनीकी टीमों को बहाली के काम में लगाया गया है लेकिन भूस्खलन और सड़कों की स्थिति के कारण पहुंच में दिक्कत आ रही है।
जलापूर्ति भी बाधित, शिमला सहित कई जिलों में पानी संकट
भारी वर्षा ने पेयजल योजनाओं को भी गहरा झटका दिया है।
- राज्यभर में 171 पेयजल योजनाएं ठप हो गई हैं।
- इससे शिमला, मंडी, सोलन और हमीरपुर सहित कई जिलों में पानी की आपूर्ति प्रभावित हो रही है।
जल शक्ति विभाग का कहना है कि सभी बंद योजनाओं को चरणबद्ध तरीके से बहाल किया जाएगा, लेकिन स्थिति सामान्य होने में समय लग सकता है।
प्रशासन अलर्ट मोड पर, लोगों से सावधानी बरतने की अपील
प्रशासन ने लोगों से नदियों और नालों के पास न जाने, भूस्खलन संभावित इलाकों से दूर रहने और अवश्यक यात्रा टालने की अपील की है।
आपदा प्रबंधन दल, NDRF और पुलिस को सतर्क कर दिया गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत राहत दी जा सके।