Lado Lakshmi Yojana Haryana: हरियाणा सरकार ने महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण के लिए एक ऐतिहासिक पहल की है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अगुवाई में राज्य सरकार ने ‘लाडो लक्ष्मी योजना’ की घोषणा की है। जिसके तहत राज्य की 45.62 लाख महिलाओं को हर महीने ₹2100 की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
किन महिलाओं को मिलेगा योजना का लाभ?
योजना का लाभ उन महिलाओं को मिलेगा जिनकी उम्र 23 से 60 वर्ष के बीच है और जिनके पति-पत्नी की वार्षिक आय ₹3 लाख से अधिक नहीं है। इसके अतिरिक्त महिला किसी भी प्रकार की सरकारी पेंशन प्राप्त नहीं कर रही हो, तभी वह योजना की पात्र मानी जाएगी। इस योजना का उद्देश्य है कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं को नियमित मासिक सहायता प्रदान कर उनके जीवन स्तर को ऊंचा उठाया जा सके।
पहले चरण में ही सभी पात्र महिलाओं को मिलेगा लाभ
शुरुआत में योजना को दो चरणों में लागू करने का विचार किया गया था, जिसमें पहले केवल ₹1.80 लाख सालाना आय वाली महिलाओं को शामिल करने की योजना थी। लेकिन मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सुझाव दिया कि योजना को एक ही चरण में सभी पात्र महिलाओं के लिए लागू किया जाए। इस निर्णय से अब पहले चरण में ही ₹3 लाख तक की आय सीमा वाली सभी योग्य महिलाओं को लाभ मिलेगा।
1 नवंबर से होगी योजना की शुरुआत
हरियाणा सरकार इस योजना को राज्य स्थापना दिवस यानी 1 नवंबर 2025 से लागू करने जा रही है। मुख्यमंत्री इस अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में योजना की आधिकारिक शुरुआत करेंगे। सरकार का मानना है कि इस योजना से ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।
योजना के लिए बजट में हुआ ₹5000 करोड़ का प्रावधान
वर्ष 2025-26 के बजट में सरकार ने ‘लाडो लक्ष्मी योजना’ के लिए ₹5000 करोड़ का बजटीय प्रावधान किया है। योजना के अंतर्गत हर महीने ₹2100 प्रति महिला के हिसाब से कुल 45.6 लाख महिलाओं को सहायता देने पर सरकार पर सालाना ₹980 करोड़ का व्यय आएगा। अगर सरकार इस योजना को सिर्फ ₹1.80 लाख आय सीमा तक सीमित रखती, तो यह खर्च आधे यानी लगभग ₹450 करोड़ सालाना तक सीमित रह सकता था। लेकिन सभी पात्र महिलाओं को शामिल कर योजना को व्यापक और प्रभावशाली बनाने का फैसला लिया गया है।
विधानसभा चुनाव 2029 तक बजट की नहीं होगी कमी
योजना को लेकर बजट और भविष्य की योजना स्पष्ट की जा चुकी है।
राज्य सरकार ने वर्ष 2029 तक इस योजना को निरंतर चालू रखने का खाका तैयार कर लिया है, ताकि महिलाओं को लगातार आर्थिक सहायता मिलती रहे।
इससे यह भी स्पष्ट होता है कि सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए दीर्घकालिक प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है।
क्या है योजना का सामाजिक महत्व?
‘लाडो लक्ष्मी योजना’ केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर और सम्मानजनक जीवन देने की दिशा में बड़ा कदम है।
इससे महिलाओं की घरेलू स्थिति में सुधार होगा। खर्च और बचत में स्वतंत्रता मिलेगी। स्वास्थ्य, शिक्षा और आत्मनिर्भरता में सकारात्मक बदलाव आएगा।
किस प्रकार किया जाएगा आवेदन?
सरकार जल्द ही योजना के लिए ऑनलाइन पोर्टल और आवेदन प्रक्रिया की घोषणा करेगी। संभावना है कि जनआधार, आय प्रमाण पत्र और पेंशन स्थिति के आधार पर पात्रता तय की जाएगी। आवेदन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी रखने के लिए डिजिटलीकरण को प्राथमिकता दी जा रही है।
क्या कोई पेंशन लेने वाली महिला भी योजना में शामिल हो सकती है?
नहीं, जो महिलाएं किसी भी प्रकार की सरकारी या सामाजिक पेंशन प्राप्त कर रही हैं, उन्हें इस योजना से बाहर रखा गया है। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि योजना का लाभ केवल जरूरतमंद और असहाय महिलाओं तक ही पहुंचे।
महिलाओं के लिए यह योजना क्यों है जरूरी?
हरियाणा में बड़ी संख्या में ऐसी महिलाएं हैं जो गृहणी हैं। जिनकी आय सीमित है, और जिन्हें सामाजिक सुरक्षा की जरूरत है। ‘लाडो लक्ष्मी योजना’ उन महिलाओं को न केवल मासिक सहयोग देगी। बल्कि उन्हें सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त भी बनाएगी। यह योजना महिला विकास के साथ-साथ राजनीतिक रूप से भी सरकार के लिए अहम साबित हो सकती है।