Driving License Rules: भारत में सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित करने और यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए सरकार ने कई ट्रैफिक नियम लागू किए हैं। इन नियमों का पालन अनिवार्य है और इनका उल्लंघन करने पर सिर्फ चालान ही नहीं। बल्कि आपका ड्राइविंग लाइसेंस भी जब्त किया जा सकता है। अक्सर लोग छोटी-छोटी बातों को नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन वही लापरवाही बड़ी कानूनी मुसीबत बन सकती है। यहां हम आपको 5 ऐसे ट्रैफिक नियमों के बारे में बता रहे हैं, जिनका उल्लंघन करने पर आपका लाइसेंस भी जा सकता है।
1. ड्राइविंग के दौरान मोबाइल का इस्तेमाल न करें
मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित है। यदि आप ड्राइविंग करते हुए फोन पर बात करते, मैसेज करते या नेविगेशन के अलावा किसी भी उद्देश्य से मोबाइल का प्रयोग करते पाए जाते हैं, तो ट्रैफिक पुलिस आपके ड्राइविंग लाइसेंस को जब्त कर सकती है। यदि नेविगेशन का प्रयोग करना हो तो वाहन को एक सुरक्षित स्थान पर रोककर ही मोबाइल देखें। मोबाइल पर ध्यान देना, एकाग्रता को भंग करता है। जिससे सड़क हादसे की संभावना बढ़ जाती है।
2. जेब्रा क्रॉसिंग पर वाहन खड़ा करना भारी पड़ सकता है
जेब्रा क्रॉसिंग का उद्देश्य पैदल यात्रियों को सुरक्षित तरीके से सड़क पार कराने के लिए होता है। अक्सर देखा जाता है कि लोग ट्रैफिक सिग्नल के दौरान गाड़ी को जेब्रा क्रॉसिंग के ऊपर या उसे पार करके खड़ा कर देते हैं। यह न केवल पैदल यात्रियों के लिए खतरनाक होता है, बल्कि यह मोटर व्हीकल एक्ट का उल्लंघन भी है। इस गलती पर भारी जुर्माना लगाया जा सकता है और यदि ट्रैफिक अधिकारी चाहें तो आपका ड्राइविंग लाइसेंस भी जब्त कर सकते हैं। याद रखें, आपको अपनी गाड़ी जेब्रा क्रॉसिंग से पहले रोकनी चाहिए।
3. स्कूल और हॉस्पिटल के पास सावधानी से चलाएं वाहन
स्कूल और हॉस्पिटल जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में तेज रफ्तार से वाहन चलाना सख्त वर्जित है। इन इलाकों में आमतौर पर बच्चे, मरीज और बुजुर्ग अधिक आते-जाते हैं, इसलिए यहां कम स्पीड में गाड़ी चलाना अनिवार्य है। अक्सर ऐसे क्षेत्रों में स्पीड लिमिट के बोर्ड भी लगे होते हैं। जिन्हें नजरअंदाज करना एक गंभीर अपराध माना जाता है। यदि आप इन क्षेत्रों में तेज रफ्तार से गाड़ी चलाते पाए जाते हैं, तो न केवल जुर्माना लगाया जा सकता है। बल्कि ड्राइविंग लाइसेंस को जब्त भी किया जा सकता है। यातायात विभाग की नजर इन स्थानों पर काफी सख्त रहती है।
4. तेज आवाज में म्यूजिक बजाना बन सकता है कानूनी मामला
आजकल कई वाहन चालक खिड़की खोलकर और तेज आवाज में म्यूजिक चलाकर गाड़ी चलाते हैं, जो न केवल ध्वनि प्रदूषण को बढ़ावा देता है, बल्कि यह मोटर व्हीकल एक्ट का उल्लंघन भी है। अगर आप लाउड म्यूजिक बजाते हुए ड्राइव करते हैं, तो पुलिस आपके ऊपर जुर्माना लगा सकती है। साथ ही आपके लाइसेंस को निलंबित या जब्त भी किया जा सकता है। विशेषकर रात के समय, यह नियम और भी कठोरता से लागू होता है। यातायात विभाग का उद्देश्य है कि शांति और सार्वजनिक व्यवस्था को बनाए रखा जाए।
5. ब्लूटूथ कॉलिंग से भी हो सकता है चालान
आजकल अधिकांश गाड़ियों में ब्लूटूथ कॉलिंग की सुविधा होती है। जिससे वाहन चालक बिना मोबाइल पकड़े ही कॉल पर बात कर सकते हैं। लेकिन ट्रैफिक नियमों के मुताबिक, ड्राइविंग करते समय कॉल पर बात करना, चाहे वह ब्लूटूथ के माध्यम से ही क्यों न हो, गंभीर उल्लंघन है। इससे ड्राइवर का ध्यान सड़क से हटता है और दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है। इसलिए ब्लूटूथ पर बात करना भी जुर्माने और ड्राइविंग लाइसेंस जब्ती का कारण बन सकता है। जरूरत पड़ने पर गाड़ी को सुरक्षित स्थान पर रोककर बात करें।
नियम तोड़ने की कीमत हो सकती है भारी
सड़क सुरक्षा केवल व्यक्तिगत जिम्मेदारी नहीं है। यह एक सामाजिक उत्तरदायित्व भी है। ट्रैफिक नियमों को हल्के में लेना, अन्य लोगों की जान को जोखिम में डाल सकता है। भारत में बढ़ती सड़क दुर्घटनाएं इस बात का प्रमाण हैं कि हमें कठोर और सख्त कानूनों की जरूरत है। साथ ही जनजागरूकता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। यदि हम इन नियमों का पालन नहीं करते, तो केवल जुर्माना ही नहीं। बल्कि ड्राइविंग लाइसेंस का निलंबन या स्थायी रूप से रद्द होना भी संभव है।